Friday 6 August 2021

Hiroshima Day in Hindi: आज के ही दिन हिरोशिमा पर बरपा था परमाणु बम का कहर

 

Source - The Financial Express


दुनिया के बड़े देश अमन की अपील तो कई दशकों से कर रहे हैं। जब भी छोटे देश की किसी दूसरे देश से लड़ाई हुई है, उसमे बड़े देश शांति से मुद्दा हल करने की बात कहते हैं। लेकिन बड़े देश ही छोटे देश को परमाणु बम बेचते आए हैं। अक्सर यह सुना जाता रहा है कि दुनिया से एटम बमों की विदाई होगी, मगर आज तक ऐसा हुआ तो नहीं है। परमाणु शक्ति संपन्न देश कहते आए हैं कि अपने देश की सुरक्षा के लिए उन्होंने परमाणु बम बनाए हैं। कुछ देशों ने इसके पहले इस्तेमाल न करने की नीति अपनाई है। पूरे विश्व में 14 हज़ार से ज्यादा परमाणु बम होने का अनुमान है। Hiroshima Day in Hindi में अधिकारिक तौर पर देखें तो दुनिया के 9 देशों के पास परमाणु बम हैं।

किसके पास कितने एटम बम

Hiroshima Day in Hindi में सबसे ज्यादा एटम बम का जखीरा रूस के पास हैं, रूस के पास 6,300 से ज्यादा परमाणु बम हैं। उसके बाद दुनिया की महाशक्ति अमेरिका आता है जिसके पास 5,500 से ज्यादा बम हैं। फ्रांस के पास 300, यूनाइटेड किंगडम के पास 225, चीन के पास 350, भारत के पास 160, पाकिस्तान के पास 165, इजराइल के पास अघोषित परमाणु बम हैं जो 60-400 के बीच हो सकते हैं, और उत्तर कोरिया के पास 50 एटम बम होने का अनुमान है।


दूसरे विश्वयुद्ध में आज ही के दिन 71 वर्ष पहले अमेरिका ने जापान के शहर हिरोशिमा पर ‘लिटिल बॉय’ नामक शक्तिशाली परमाणु बम गिराया था, और उसके कुछ देर बाद का वो भयावह मंजर हुआ वह आज भी अच्छी तरह से दुनिया को याद है। दिसंबर 1941 में जापान के 353 लड़ाकू विमानों ने हवाई स्थित अमेरिकी नेवल बेस पर्ल हार्बर पर हमला कर दिया था, जिसमें 8 अमेरिकी नेवी बैटलशिप को तबाह कर दिया था, Hiroshima Day in Hindi में इसमें 2 हज़ार से ज्यादा अमेरिकी नागरिक मारे गए थे और 1 हज़ार से ज्यादा घायल हुए थे।

 

बदला चुकाना के लिए हमला

अमेरिका ने जापान से बदला लेने के नाम पर जुलाई 1945 में अपना पहला परमाणु परीक्षण कर हिरोशिमा पर हमले की योजना बनाई। फिर उसके बाद वह हुआ जो इंसानियत के लिए काला दिन बन जाने वाला था। अमेरिका ने उस जगह एटम बम गिराया जहां सामान्य नागरिक रहते थे। Hiroshima Day in Hindi में 6 अगस्त को अमेरिकी वायुसेना के B29 Bomber Enola Gay ने सुबह 8:15 बजे हिरोशिमा पर बम गिराया था, जिसके कुछ देर बाद ही वहां सब खत्म हो गया था. इस परमाणु बम से ऐसा ब्लास्ट हुआ जो TNT के 16 Kiloton के बराबर था। हिरोशिमा में 80 हजार लोग मारे गए थे और 70 हज़ार लोग बेहद गंभीर रूप से घायल हुए थे। उसके थोड़े दिनों बाद कई और लोग एटम बम की रेडिएशन के चलते मारे गए थे। आज तक हिरोशिमा में जन्मे लोग शारीरिक या मानसिक तौर पर कमज़ोर पैदा होते हैं।


अमेरिका और रूस ने कई बार एटम बमों को खत्म करने के लिए नई-नई संधि बनाईं और दोनों देशों ने शीत युद्ध के समय से अब तक काफी मात्रा में अपने-अपने परमाणु बम कम किए, लेकिन उसके बाद से यह अत्यंत ज़रूरी मामला ठंडे बसते में चला गया है। अमेरिका और रूस की तरफ से वर्ष 2010 में Strategic Arms Reduction Treaty शुरू की गई, रणनीति बना कर परमाणु बमों को खत्म करने के लिए यह संधि हुई।


पाकिस्तान में बढ़ती अशांति से पूरी दुनिया चिंतित है क्योंकि उसके यहां हर रोज़ कोई न कोई जगह से आतंकी हमले होते रहते हैं। अगर आतंकियों के हाथ पाकिस्तान के परमाणु बम लग गए तो दुनिया को भयावह नतीजे भुगतने पड़ेंगे। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान हर साल 20 परमाणु बम चीन की मदद से तैयार कर रहा है। पहले अल काएदा और अब इस्लामिक स्टेट के आतंकी परमाणु बमों को बनाने की बात करते हैं। वहीं उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन कई बार अमेरिका और दक्षिण कोरिया के साथ मतभेद जता चुके हैं जिससे कई बार परमाणु युद्ध होने की स्थिति उत्पन्न हुई है। पाकिस्तान के वैज्ञानिक अब्दुल कदीर खान ने उत्तर कोरिया को परमाणु देश बनने में मदद की थी। Hiroshima Day in Hindi में इतना ही नहीं ए क्यू खान ने लीबिया, ईरान और इराक को भी परमाणु बमों के ब्लूप्रिंट बेचे थे।


Hiroshima Day in Hindi में दुनिया के हर देश से आवाज़ आती है कि एटम बम दुनिया से हटने चाहिए, लड़ाई से हल नहीं निकलता है, बदले से सिर्फ बदला उत्पन्न होता है। जिस तरह से परमाणु बमों के खात्मे या उन्हें हटाने के लिए इतनी संधि बनी वो काफी नहीं हैं। इस दिशा में परमाणु संपन्न देश इतने सजग नहीं दिखे कि दुनिया को वाकई परमाणु हथियार मुक्त होना चाहिए। पेंटागन की नई जनगणना के मुताबिक 2008 में अमेरिका के पास 5,273 एटम बम थे जबकि 2015 में यह 4,571 रह गए हैं। 13 वर्षों में 1,100 बमों को नष्ट कर दिया गया है। जिस तरह से पाकिस्तान और उत्तर कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रम को बढ़ा रहा है उससे दुनिया का चिंतित होना लाज़मी है। ऐसे में ये देश अपने परमाणु बमों को नष्ट करने की स्थिति में हाल-फिलहाल तो नहीं दिखते हैं।


अब समय आ गया है कि दुनिया से ऐसे भयानक हथियार ख़त्म कर दिए जाएं। दुनिया में ऐसा माहौल बनाया जाए जहां अमन को ज्यादा महत्व दिया जाए। Hiroshima Day in Hindi में आतंकी समर्थक देश इस बात को समझें की गुड टेररिज्म और बैड टेररिज्म जैसा कुछ नहीं होता है, आतंकवाद सिर्फ आतंकवाद फैलता है। परमाणु बमों में इजाफा करने से कुछ नहीं होगा।


देवांग मैत्रे

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