Saturday 25 July 2020

त्वचा है खजाना इसे ऐसे न बिना वजह गंवाना


मनुष्य के शरीर में त्वचा सबसे नाजुक व संवेदनशील होती है। किसी भी ऋतू में यह सामान्य नहीं रह पाती है। गर्मी और ठंड में त्वचा पर अलग-अलग प्रभाव पड़ता है। आज के प्रदुषण भरे दौर में त्वचा भी अछूती नहीं है। वहीँ नशा भी त्वचा के साथ दुश्मन जैसा व्यहवार करता है, नशा न बल्कि आपकी सेहत बिगाड़ता है यह आपकी त्वचा के सौंदर्य को भी बिगाड़ता है। त्वचा की देखभाल अपने को चेहरे को जवान दिखाने के लिए बेहद ज़रूरी है


 

त्वचा के ऊपरी सतह पर तेल और नमी होती है जो त्वचा की अन्दर की सतहों की रक्षा करती है। मौसम की सूखी हवाओं के कारण त्वचा की ऊपरी सतह से नमी सूख जाती है जिससे त्वचा सूखी और खुजलीदार हो जाती है। वहीँ हमारी तेल ग्रंथियां भी ऐसे में कम सक्रिय हो जाती है और तेल का कम स्त्राव करती हैं जिससे सर्दियों में यह समस्या अधिक बढ़ जाती है। सर्दी में शुष्क हवा आपके शरीर से सारी नमी को दूर कर देती है, जिससे आपकी त्वचा बहुत शुष्‍क हो जाती है। वहीं सर्दी की शुरुआत के साथ, हम सभी नहाने या हाथ-मुंह धोने के लिए गर्म पानी का उपयोग शुरू कर देते हैं। जब आपकी त्वचा गर्म पानी के संपर्क में लंबे समय तक रहती है, तो यह आपकी त्वचा सुस्त, शुष्क, और पपड़ीदार बना देता है। सर्दियों में त्वचा की देखभाल अन्य मौसम के मुकाबले ज्यादा ध्यान देने वाली बात होती है


 

इस समस्या से निपटने के लिए बाज़ार में कई तरह के क्रीम और लोशन उपलब्ध हैं। हालाँकि इन सभी उत्पादों से आराम तो मिलता है लेकिन इसका असर कुछ समय तक ही रहता है। आपको शुष्क त्वचा की समस्या को दूर रखने के लिए दिन में कई बार इन्हें लगाना पड़ता है। इसके अलावा सही मॉस्चराइज़र का चुनाव करना भी किसी चुनौती से कम नहीं होता है। ज्यादा क्रीम या लोशन लगाने से आप मुंहासों की चपेट में भी आ जाएंगे. लोशन या क्रीम के झंझटों से बचने के लिए आप इन घरेलु उपचारों को अमल में ला सकते हैं, तो आइये जानते हैं शुष्क त्वचा से बचने के लिए त्वचा की देखभाल करने के लिए यह हैं 5 घरेलु उपाय- 5 Best Skin care tips - 


 

एलोवेरा (घृत कुमारी)

इस हर्ब (जड़ी बूटी) के बिना स्किन केयर को अधूरा माना जाता है। यह शुष्क त्वचा के लिए सबसे कारगर साबित होता है। एलो वेरा में मॉस्चराइजिंग का गुण होता है जो त्वचा की नमी को बनाये रखता है। इसका नमी को खींचने वाला गुण वातावरण से नमी को खींचकर त्वचा की ओर लाता है। एलोवेरा से हम त्वचा की देखभाल आसानी से कर सकते हैं


 

अवोकेडो

त्वचा की देखभाल करने के लिए अवोकेडो को उत्तम माना गया है अवोकेडो क्रीमी होते हैं और इसमें प्राकृतिक रूप से फैटी एसिड (वसा अम्ल) पाए जाते हैं जो त्वचा की प्राकृतिक नमी को बनाए रखते हैं। यह कोलेजन के उत्पादन को भी बढ़ाता है और त्वचा की रंगत को भी निखारता है।


 

 

पपीता

पपीते में एक्स्फोलियेटिंग गुण पाया जाता है, जो त्वचा की देखभाल करता है अत: यह त्वचा से मृत कोशिकाओं को दूर करता है। इसमें विटामिन ए, सी और ई पाया जाता है जो शुष्क त्वचा को नमी देता है। इसमें पापेन नामक एंजाइम पाया जाता है जो शुष्क त्वचा को नमी प्रदान करता है। पापेन नामक एंजाइम नई कोशिकाओं के निर्माण में भी सहायक है।



 

खीरा

खीरे में 80% पानी होता है। यह त्वचा की देखभाल करने में कारगर है शुष्क त्वचा के लिए इसका उपयोग सबसे अच्छा माना जाता है। यह त्वचा को ठीक करता है, ख़राब त्वचा को सुधारता है और इसकी प्राकृतिक नमी को वापस लाता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को नरम बनाते हैं। आराम पाने के लिए दिन में कई बार खीरे के ठंडे टुकड़ों को अपने चेहरे पर तथा शरीर के सूखे भागों पर रगड़ें।


 

शहद व दही

शहद और दही का उपयोग सदियों से सूखी, पपड़ीदार त्वचा के प्राकृतिक उपचार के रूप में किया जाता है। यह मिश्रण त्वचा को राहत देने और चमक बनाये रखने में मदद करता है और त्वचा की देखभाल बखूबी करता है। दही में जलन एवं सूजन रोधी गुण होते हैं, और इसमें एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं जो त्वचा को झुर्रियों और दोषों से मुक्त रखते हैं। इस मिश्रण को अपनी त्वचा पर लगायें, और इसे 20 मिनट तक लगा छोड़ दें। उसके बाद इसे गर्म पानी से धोएं और थपथपा कर सुखाएं।


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